घर में नन्हें शिशु के जन्म लेते ही माता-पिता उसके उज्जवल भविष्य के सपने देखने लगते हैं। सभी के मन में यह जिज्ञासा भी रहती है कि वह किस क्षेत्र में अपना करियर बनाएगा अथवा वह कहां तक एज्युकेशन प्राप्त करेगा। कुंडली से यह आसानी से जाना जा सकता है कि कोई भी व्यक्ति हायर एज्युकेशन ग्रहण करेगा अथवा नार्मल।
- जिसकी कुंडली में गुरु केंद्र या त्रिकोण भाव में स्थित होता है वह उच्च शिक्षा प्राप्त करता है।
- पंचम भाव में बुध की स्थिति अथवा दृष्टि हो या गुरु और शुक्र की युति हो तो भी व्यक्ति उच्चशिक्षित होता है।
- पंचमेश की पंचम भाव में गुरु अथवा शुक्र के साथ युति भी व्यक्ति की उत्तम शिक्षा की ओर इशारा करती है।
- गुरु, शुक्र और बुध में से कोई एक केंद्र अथवा त्रिकोण भाव में हो तो ऐसा व्यक्ति बेहतर शिक्षा पाता है।
- जिसकी कुंडली में सरस्वती योग, शारदा योग, कलानिधि योग, चामर योग, भास्कर योग आदि हो तो वह विद्वान, अनेक शास्त्रों का ज्ञाता व धनी भी होता है।
- यदि किसी की कुंडली में पंचम भाव में शनि की स्थिति और उसकी लग्नेश पर दृष्टि हो तो ऐसा व्यक्ति अल्प शिक्षित रहता है।
- पंचम भाव पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि अथवा अशुभ ग्रहों की युति हो तो भी व्यक्ति मध्यम श्रेणी की शिक्षा प्राप्त करता है।
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